Thursday, January 19, 2023

फिल्म देखकर की हत्या: 10 महीने बाद खुला राज, 2 गिरफ्तार

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दिल्ली में पहचान छुपाकर एक महिला की हत्या का मामला सामने आया है. शाकिर उर्फ समीर नाम के युवक ने एक महिला की हत्या कर उसकी लाश को बुलंदशहर में दफना दिया गया था. अब नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट की स्पेशल स्टाफ पुलिस ने फैजान और शाकिर नाम के दो हत्या के आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने 25 लाख की प्रॉपर्टी हथियाने के लिए सुशीलावती नाम की महिला की हत्या कर दी थी.

आरोपी ने अपना नाम समीर बता कर दोस्ती की फिर बहलाकर बुलंदशहर में ले जाकर गोली मारकर हत्या कर दी. इसने सुशीलवती से उसकी प्रॉपर्टी खरीदने के नाम पर पहले डेढ़ लाख रुपये पेशगी के रूप देकर प्रॉपर्टी के कागजात अपने नाम करवा लिए, जब सुशीलावती ने बाकी की रकम की मांग की तो शाकिर और फैजान ने उसे रास्ते से हटाने के लिए उसकी हत्या का प्लान तैयार किया.

शाकिर ने इस हत्या की साजिश चार्ल्स शोभराज की फिल्म को देखकर रची. इसने हत्या करने से पहले अपनी स्कूटी और अपनी कार की चोरी का फर्जी मामला दर्ज करवाया, क्योंकि सुशीलावती को इसी कार में बुलंदशहर ले गया था. इसको अंदेशा था की हत्या के बाद इसकी गाड़ियों के नंबर किसी सीसीटीवी में ट्रेस हो जाता तो यह फंस सकता था. इसलिए अपनी स्कूटी और कार चोरी की रिपोर्ट दर्ज करवाई.

3 मार्च 2022 दयालपुर में  को सुशीलावती की गुमशुदगी दर्ज की गई थी और उसी दिन 3 मार्च को हत्या कर दी गई थी. 12 मार्च को बुलंदशहर पुलिस को सुशीलावती का शव मिला. शव की पहचान के लिए प्रयास किया गया. लेकिन पहचान न होने के कारण थाना चौला बुलंदशहर में FIR 302/201 में केस के रूप में दर्ज किया गया. इससे पहले सुशीलावती की 16 दिसंबर को गुमशुदगी की FIR नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के दयालपुर थाने में उसके भाई ने दर्ज करवाई थी. इसके बाद कोर्ट ने भी दयालपुर पुलिस को सुशीलावती के केस पर 365 के निर्देश भी जारी किए गए थे.

इस 10 महीने पहले हुए हत्या कांड के आरोपियों तक पुलिस कैसे पहुंची इसके पीछे एक इतिफाक कह सकते हैं. शाकिर जिस इलाके में रहता था. अक्सर अपनी दबंगई और खौफ दिखाने के लिए लोगों के सामने हिंदू महिला की हत्या करने की बात बोलता था और कट्टा अपने साथ रखता था. यह बात डिस्ट्रिक्ट के स्पेशल स्टाफ को किसी मुखबिर ने बता दी. पुलिस टीम इसको ट्रेक करने लगी और यह जब  सिविल लाइन इलाके के रिज रोड से गिरफ्तार कर लिया गया.

पूछताछ के बाद उसने अपने जुर्म को कबूल करते हुए आरोपी ने बताया कि उसने सुशीलावती को फंसाने के लिए हिंदू नाम समीर बताया था. वह उसकी 25 लाख हथियाना चाहता था जब उसके फ्लैट की वसीयत अपने नाम करवा ली तो सुशीलावती ने अपनी बाकी की रकम मांगी तो अपने साथी फैजान के साथ सुशीलावती को अपनी बातों के झांसे में लाकर बुलंदशहर ले गया और वहां जाकर उसे गोली मार कर उसकी लाश को दफन कर दिया था.

शाकिर उर्फ समीर बिकनी किलर चार्ल्स शोभराज और ठग सुकेश की तरह उन महिलाओं को जाल में फांसता था, जिनके पास अच्छा बैक बेलेंस, जमीन जायदाद होती थी. कितनों को शिकार बनाया इसके फ्लैट से मिले पेपर्स से पुलिस पता लगा रही है.

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