Tuesday, August 22, 2023

चंद्रयान-3 मिशन की कितनी लागत? Barbie और Oppenheimer जैसी मूवी से भी कम हुआ खर्च

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भारत का तीसरा मून मिशन चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) का लैंडर 23 अगस्त को अपने तय समय पर यानी शाम 6:04 बजे चंद्रमा पर लैंड करेगा. चंद्रयान-3 के लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग (Chandrayaan-3 Soft Landing) में 15 से 17 मिनट लगेंगे. इस ड्यूरेशन को '15 मिनट्स ऑफ टेरर' यानी 'खौफ के 15 मिनट्स' कहा जा रहा है. अगर चंद्रयान-3 मिशन सफल होता है, तो भारत चंद्रमा के साउथ पोल पर लैंडर उतारने वाला पहला देश बन जाएगा.

चांद के लिए इतने बड़े मिशन पर खर्च भी काफी ज्यादा होता है. लेकिन क्या आपको पता है कि इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (ISRO) का यह मिशन फिल्म  Barbie, RRR, Avatar और Oppenheimer जैसी मूवी से भी कम खर्च हुआ. चंद्रयान-3 मिशन को पूरा करने में 700 करोड़ रुपये से भी कम लागत आई है. ये रकम हाल ही में रिलीज हुई फिल्म Oppenheimer के बजट से भी कम है. Oppenheimer फिल्म बनाने में करीब 830 करोड़ रुपये की लागत आई. वहीं, फिल्म Barbie तो चंद्रयान 3 की लागत से करीब दोगुने 1200 करोड़ रुपये में बनी है. चंद्रयान-3 मिशन पर हुए खर्च की बात करें, तो इसरो ने शुरुआती लागत का अनुमान 600 करोड़ रुपये लगाया था. ये मिशन 615 करोड़ रुपये में फाइनल हो गया है. यानी जितनी लागत में धरती पर एक फिल्म बन रही है, उससे कहीं कम लागत में हमारा स्पेसक्राफ्ट चांद पर पहुंच रहा है.

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चीन के मून मिशन से ढाई गुना सस्ता था चंद्रयान-1 
अगर बात करें भारत के पिछले दो मून मिशन पर हुए खर्च की, तो चंद्रयान-1 चीन के मून मिशन से ढाई गुना सस्ता था. इस मिशन में कुल 386 करोड़ रुपये (76 मिलियन डॉलर) लगे थे. चंद्रयान-1 22 अक्टूबर 2008 को लॉन्च हुआ था. इसने 28 अगस्त 2009 तक काम किया. चंद्रयान-1 ने ही चांद पर पानी के सबूत दिए थे. इस दौरान चीन के चांग-ई 1 की सलागत 180 मिलियन डॉलर थी.

चंद्रयान-2 की लागत कई हॉलीवुड फिल्मों से भी कम थी
इसके बाद 2019 को चंद्रयान-2 को लॉन्च किया गया था. चंद्रयान-2 की लागत हॉलीवुड फिल्म अवतार और एवेंचर्स एंडगेम से भी कम थी. इस पूरे मिशन की लागत 978 करोड़ रुपये खर्च हुए थे. इसमें 603 करोड़ मिशन की लागत थी और 375 लॉन्चिंग की लागत. हालांकि, ये मिशन फेल हो गया था.

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